सोमवार, 19 अप्रैल 2021

Current affairs-I (2020-21)

 1. भारत – अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने 

की दिशा में अमेरिकी दूतावास के ‘नॉर्थइंडिया 

ऑफिस’ ने सिस्टर सिटी प्रोजेक्ट के तहत 

राजस्थान से किस जिले से चुना है?

a) अजमेर

b) जयपुर

c) उदयपुर

d) जोधपुर

2) राजस्थान के किस विश्वविद्यालय को ‘नैक 

परीक्षा’ में पास होने पर  ‘सी  ग्रेड’ प्राप्त होने 

से अब यू.जी.सी. समेत अन्य एजेंसियों से कोई 

ग्रांट नहीं मिलेगी?

a) डूंगर कॉलेज

b) महाराजा गंगाससिंह यूनिवर्सिटी

c) महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी

d) राजस्थान यूनिवर्सिटी

3) राजस्थान पुलिस सेवा दिवस  पर सम्मान करने 

हेतु 35 जवानों का उत्कृष्ट सेवा पदक के लिए

चयन गया है, राजस्थान पुलिस सेवा 

दिवस कब मनाया जाता है?

a) 16 अप्रैल को

b) 17 अप्रैल को

c) 21 अप्रैल को

d) 24 अप्रैल को

4) राजस्थान खेल अकादमियों  में प्रवेश हेतु 19-20 अप्रैल होने वाली ट्रायल स्पर्धा का कोरोना गाइडलाइन के कारण स्थगित कर दी गई|  इस चयन स्पर्धा को निम्न में से कौन सी संस्था संचालन करने व वाली थी?

a ) राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद

b) राजस्थान फुटबॉल अकादमी - जोधपुर

c) युवा मामले एवं खेल विभाग

d) राष्ट्रीय खेल अकादमी

रविवार, 18 अप्रैल 2021

World Art day 2021

विश्व कला दिवस : 2021

उद्देश्य :

प्रत्येक वर्ष 15 अप्रैल को कलात्मक अभिव्यक्तियों की विविधता के बारे में जन जागरूकता के उद्देश्य से विश्व कला दिवस समारोह आयोजित किए जाते हैं जो कलाकारों के सतत विकास में योगदान को उजागर करने के साथ ही कलात्मक कृतियों व समाज के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने में सहयोग करते हैं।



शुरुआत :

•  वर्ष 2019 में यूनेस्को द्वारा अपने आम सम्मेलन के 40 वें सत्र में महान कलाकार लियोनार्डो दा विंची के जन्मदिवस को विश्व कला दिवस के रूप में घोषित किया गया था। इस दिन की स्थापना इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ आर्ट द्वारा की गई थी जो कि अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के काम पर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करने हेतु रचनात्मक अभिव्यक्ति के तरीके को बढ़ावा देता है। 

•  कला दुनिया भर के सभी लोगों के लिए रचनात्मकता, नवाचार और सांस्कृतिक विविधता का पोषण करती है और ज्ञान साझा करने व जिज्ञासा तथा संवाद को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

•  यूनेस्को के अनुसार, विश्व कला दिवस स्कूलों में कला शिक्षा पर प्रकाश डालने का एक अवसर है जो कि समावेशी संस्कृति और न्यायसंगत शिक्षा का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।

लिओनार्डो दा विंची : 

(15 अप्रैल 1452 - 2 मई 1519)

•  महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल यांत्रिक, इंजीनियर तथा वैज्ञानिक लिओनार्डो दा विंची का जन्म फ्लोरेंस प्रदेश, (इटली) के विंची नामक गाँव में हुआ था। इस गाँव का नाम ही इनके कुल के नाम के साथ जुड़ा हुआ था।

•  शरीर रचना विज्ञान (Anatomy) में विशेष रूचि रखने वाले विंची ने मिलान में रहते हुए अनेक सड़कों, भवनों, गिरिजाघरों व नहरों के डिजाईन तैयार किए थे। पेरिस आने पर तुर्की के साथ चल रहे युद्ध के दौरान उन्होंने युद्ध सम्बधी अविष्कार प्रस्तुत किए थे।

•  लिओनार्डो दा विंची की कई मशहूर कृतियों में से“The Last Supper”और “मोनोलिसा” की पेंटिंग आज भी विश्व विख्यात है।

•  'यूनिवर्सल मैन' की उपाधि प्राप्त विंची ने फ़्रांस के क्लाउड शहर में 2 मई 1519 को अंतिम सांस ली।

शनिवार, 17 अप्रैल 2021

Maharana Sanga'biography in brief

महाराणा सांगा

(12 अप्रैल 1482 - 30 जनवरी 1528)
उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा, बहादुर योद्धा व शासक, उदारवादी तथा राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र राणा सांगा  (पूरा नाम -महाराणा संग्राम सिंह)  का जन्म 12 अप्रैल 1482 को चित्तौड़ दुर्ग (मेवाड़ साम्राज्य, राजस्थान) में हुआ था।
जानने योग्य :
•  महाराणा रायमल के दोनों बड़े पुत्रों की मृत्यु के बाद सांगा को मेवाड़ का उत्तराधिकारी बनाया गया तथा 24 मई 1509 मे उनका राज्याभिषेक हुआ था।
•  बतौर महाराणा उनका शासनकाल वर्ष 1509 से वर्ष 1528 तक रहा था।
•  इस दौरान सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजाओं में से एक राणा सांगा  ने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की ऱक्षा बहादुरी और दिलेरी से की थी। “पाती परवन” परम्परा के अनुसार राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध सभी राजपूतों को एकजुट करने का कार्य किया था।
•  16 मार्च,1527 ई. में बाबर के विरुद्ध खानवा के युद्ध में राणा सांगा बुरी तरह घायल अवस्था में ही बसवा आए जहाँ 30 जनवरी,1528 (कालपी) में वे मृत्यु को प्राप्त हुए। परन्तु उनका विधि विधान से अन्तिम संस्कार माण्डलगढ (भीलवाड़ा) में हुआ था।
•  राणा सांगा के उत्तराधिकारी रतन सिंह द्वितीय थे।
पाती परवन :
•  यह तक राजपूती परंपरा है जिसके तहत एक राजा राजस्थान के प्रत्येक सरदार व महाराणाओं को अपनी ओर से युद्ध मेँ शामिल होने का निमंत्रण देता था।
कर्नल जेम्स टॉड के अनुसार :
•  “सांगा के शरीर पर निरंतर घाव बने ही रहते थे। विभिन्न युद्धों में उन्होंने अपनी एक भुजा, एक आँख तथा एक  पैर तक गवां दिया था। खानवा के युद्ध में तो उनके शरीर पर 80 घाव लगे थे। उन्हें अगर ‘एक सैनिक का भग्नावशेष’ कहा जाए तो शायद गलत न होगा।”

रविवार, 11 अप्रैल 2021

Bankimchandra Chattopadhyay

 (27 जून 1838 - 8 अप्रैल 1894)

भारत के राष्ट्रीय गीत 'वन्दे मातरम्'  के रचयिता बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय या बंकिमचन्द्र चटर्जी का जन्म चौबीस परगना के कंठालपाड़ा, नैहाटी (बंगाल) में एक परंपरागत व समृद्ध परिवार में हुआ था। बंगाली के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार व पत्रकार तथा रवीन्द्रनाथ ठाकुर के आदर्श बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय भारत के एलेक्जेंडर ड्युमस भी माने जाते हैं।

शिक्षा व कार्य :

•  वर्ष 1857 में बंकिमचंद्र कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज से स्नातक करने वाले पहले भारतीय थे। 1869 में कानून की डिग्री लेने के बाद डिप्टी मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्त हुए। वर्ष 1872 में मासिक पत्रिका बंगदर्शन का प्रकाशन किया।  

'वन्दे मातरम्' गीत की प्रेरणा : 

•  ब्रिटिश हुक्मरानों द्वारा ब्रिटेन के राष्ट्र गीत ‘God! Save the Queen’ को भारत के हर समारोह में गाना अनिवार्य करने से आहत बंकिमचंद्र ने वर्ष 1875-76 में 'वन्दे मातरम्' गीत लिखा जिसे बाद में आनंदमठ नामक उपन्यास में शामिल किया गया। यह देशभक्ति गीत कांग्रेस के प्रांतीय तथा 1905 में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में गाया गया। यही गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रान्तिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत बनता चला गया।  

रचनाएँ व उपन्यास :

•  उनकी पहली रचना अंग्रेजी में प्रकाशित ‘राजमोहन्स वाइफ’ थी तो पहली बांग्ला कृति 1865 में छपी 'दुर्गेशनंदिनी' थी। उनके दूसरे उपन्यास कपालकुंडला (1866) को उनकी सर्वाधिक रूमानी रचनाओं में से एक माना जाता है। 

•  बंगदर्शन पत्रिका में उन्होंने विषवृक्ष (1873) उपन्यास का क्रमिक रूप से प्रकाशन किया। चटर्जी का अंतिम उपन्यास सीताराम (1886) है। अन्य में कृष्णकांतेर दफ्तर, मृणालिनी, इंदिरा, राधारानी,  देवी चौधरानी, मोचीराम गौरेर जीवनचरित, आनंदमठ इत्यादि शामिल है। 

•  चटर्जी की कविताएं ‘ललिता ओ मानस’ नामक संग्रह में प्रकाशित हुई थी। उन्होंने धर्म, सामाजिक व समसामायिक मुद्दों पर आधारित कई निबंध भी लिखे हैं।

PONG DAM LAKE WILDLIFE SANCTUARY

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित “पोंग डैम लेक वन्यजीव अभयारण्य” बर्ड फ्लू की वजह से करीब सौ प्रवासी पक्षियों के मरने के कारण चर्चा में रहा है। वर्ष 1975 में ब्यास नदी पर बनी इस लेक को पोंग जलाशय या महाराणा प्रताप सागर भी कहा जाता है।


▪️ बर्ड फ्लू इन्फ्लुएंजा टाइप A वायरस से होने वाली अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है। जिसे एवियन इन्फ्लुएन्जा भी कहा जाता है। यह सामान्यत: पॉल्ट्री बर्ड्स को प्रभावित करता है। इस वायरस के बहुत सारे स्ट्रेन हैं जिनमें से कुछ कम तो कुछ गंभीर व खतरनाक होते हैं।


▪️ वर्ष 1983 में हिमाचल सरकार द्वारा पूरे जलाशय को वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था। 1994 में भारत सरकार ने इसे ‘राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि’ घोषित किया। पोंग बाँध झील को नवंबर 2002 में रामसर स्थल के रूप में घोषित किया गया।


▪️ यह अभयारण्य 54 कुलों के पक्षियों की लगभग 220 प्रजातियों की मेज़बानी करता हैं। सर्दियों के दौरान हिंदुकुश हिमालय एवं साइबेरिया से प्रवासी पक्षी इस अभयारण्य में आते हैं। यह अभयारण्य क्षेत्र उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जंगलों से आच्छादित है, जो बड़ी संख्या में भारतीय वन्यजीवों को आश्रय देता हैं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत

  • 1 जनवरी 2021 को, भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के एक गैर-स्थायी, मतदान सदस्य के रूप में अपना आठवां कार्यकाल शुरू करेगा। 


• यह दो साल का कार्यकाल देश के लिए वैश्विक शक्ति और ज़िम्मेदारी का प्रदर्शन करने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है, जिससे परिषद पर एक स्थायी सीट के लिए अपना दावा मजबूत होता है, जो उसने दशकों से मांगी है।

• भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आठ कार्यकालों (कुल 16 वर्षों तक चलने वाला) का एक स्थायी सदस्य रहा है।

 • भारत G4 का सदस्य है, राष्ट्रों का समूह है जो सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट की तलाश में एक-दूसरे का समर्थन करता है और UNSC के सुधार के पक्ष में वकालत करता है। 

• भारत भी G-77 का हिस्सा है।

• भारत संयुक्त राष्ट्र का एक चार्टर सदस्य है और अपनी सभी विशिष्ट एजेंसियों और संगठनों में भाग लेता है। 

• भारत ने कोरिया में संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों में सैनिकों का योगदान दिया है, मिस्र और कांगो इसके पहले के वर्षों में और सोमालिया, अंगोला, हैती, लाइबेरिया, लेबनान और रवांडा में हाल के वर्षों में और हाल ही में दक्षिण सूडान के संघर्ष में भी मदद भेजी है।

MISSION SAGAR III

 CONTEXT 

👉 Indian Naval Ship Kiltan arrived at NhaRong Port, Ho Chi Minh City as part of Mission Sagar-III.



  ABOUT: 

👉This Mission is part of India’s Humanitarian Assistance and Disaster Relief (HADR) assistance to Friendly Foreign Countries during the ongoing pandemic. 

👉The ship delivered 15 Tons of HADR Stores for the flood-affected people of Central Vietnam. 

👉 This assistance is reflective of the deep people-to-people connect between the two friendly countries. 

👉 Mission Sagar-III is being undertaken in accordance with Hon’ble Prime Minister Narendra Modi’s vision of SAGAR (Security And Growth for All in the Region) and reiterates India’s position as a dependable partner, and the Indian Navy as the Preferred Security Partner and First Responder. 

👉The Mission also highlights the importance accorded to ASEAN countries and further strengthens the existing bonds. 

👉 India and Vietnam have a civilizational relationship that is over two millennia old. India-Vietnam relations have grown stronger in recent times due to the vibrant economic engagement and growing convergence on issues of common interests. The bilateral relations were elevated to a Comprehensive Strategic Partnership in 2016.

feature post

Revised procedure for condemnation and disposal of articles in JNVs

  The Dy. Commissioner Navodaya Vidyalaya Samiti  All Regional Offices उप. आयुक्त नवोदय विद्यालय समिति सभी क्षेत्रीय कार्यालय Sub: 1. Revise...