विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां हैं ताकि जरूरत पड़ने पर वह अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकें.
इससे व्यापार संतुलन बना रहता है. यह भंडार एक या एक से अधिक मुद्राओं में रखे जाते हैं. विदेशी मुद्रा भंडार में ज्यादातर डॉलर और कुछ हद तक यूरो भी रखा जाता है.
डॉलर इसलिए रखा जाता है क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य मुद्रा है. विदेशी मुद्रा भंडार को फॉरेक्स रिजर्व या एफएक्स रिजर्व भी कहा जाता है. इसमें चार चीजें शामिल होती हैं.
विदेशी परिसंपत्तियां जैसे विदेशी कंपनियों के शेयर, डिबेंचर, बॉन्ड आदि विदेशी मुद्रा के रूप में रखे जाते हैं. इसके अलावा सोना, आईएमएफ के पास रिज़र्व ट्रेंच और विशेष आहरण अधिकार (स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स).
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार डॉलर में होता है.इसके लिए देश में विदेशी मुद्रा का भंडार होना ज़रूरी है.
सबसे ज़्यादा विदेशी मुद्रा भंडार
चीन के पास इस समय दुनिया में सबसे ज़्यादा 3.15 ट्रिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है. यूएस बॉन्ड्स रखने के मामले में चीन दुनिया का दूसरा बड़ा देश है.
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